फ़साने में मेरे दिलवर, तेरा ही नाम आयेगा...........
रूठोगे तो हाथों में, छलकता जाम आयेगा...........
मैं बोतल हूं शराबों की, नहीं तुम भूल पाओगे,
इसे तोडोगे हाथों में, तो टूटा जाम आयेगा................
मैं आइना तुम्हारा हूँ ,मुझे तुम गौर से देखो.............
इश्क कोई कैसे करता है, करके तुम और से देखो.........
जलूगां मैं भी ही लेकिन, तुम्हारे काम आयेगा,
इसे तोडोगे हाथों में , तो टूटा जाम आयेगा.............
पता मुझको नहीं संगदिल, कि कैसे तुम को पाया हूँ ..........
तुमको प्यार करने की, रज़ा में रब से लाया हूँ ...............
मेरे होठों पे तेरा नाम, सुबह से शाम आयेगा,
इसे तोडोगे हाथों में, तो टूटा जाम आयेगा................
Tapan Tanha.........
रूठोगे तो हाथों में, छलकता जाम आयेगा...........
मैं बोतल हूं शराबों की, नहीं तुम भूल पाओगे,
इसे तोडोगे हाथों में, तो टूटा जाम आयेगा................
मैं आइना तुम्हारा हूँ ,मुझे तुम गौर से देखो.............
इश्क कोई कैसे करता है, करके तुम और से देखो.........
जलूगां मैं भी ही लेकिन, तुम्हारे काम आयेगा,
इसे तोडोगे हाथों में , तो टूटा जाम आयेगा.............
पता मुझको नहीं संगदिल, कि कैसे तुम को पाया हूँ ..........
तुमको प्यार करने की, रज़ा में रब से लाया हूँ ...............
मेरे होठों पे तेरा नाम, सुबह से शाम आयेगा,
इसे तोडोगे हाथों में, तो टूटा जाम आयेगा................
Tapan Tanha.........
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